जोड़ों के दर्द का अचूक घरेलु नुस्खा |चोटों के दर्द का घरेलुउपाय
Home remedy For Natural Pain Relief In Hindi | dard ka gharelu ilaaz
अगर इलाज के बाद भी आप किसी पुरानी अंदरुनी चोट के दर्द / या जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो आज हम आपको एक ऐसा आसान सा घरेलु नुस्खा / Home remedy for natural pain relief बताएंगे जिसको आजमा कर आप हमेशा के लिए दर्द से छुटकारा पा सकेंगे ।
दोस्तों आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर हम अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही कर जाते हैं,जो आगे चलकर काफी भारी भी पड़ सकती है।
कई बार हम किसी एक्सीडेंट के या फ्रैक्चर के शिकार हो जातें हैं या फिर जल्दबाजी के चक्कर में हम गिर पड़ते हैं।
बच्चे तो अकसर ही खेलने में या बदमाशी करते समय गिरते- पड़ते रहते हैं। उस समय हम उन चोटों का इलाज तो करवा लेते हैं, पर कई बार पूरा इलाज हो जाने के बाद भी चोट की जगह पर दर्द पूरी तरह से ठीक नहीं होता और एक भारीपन या दर्द का एहसास बना रहता है।
अक्सर ज्यादा stress लेने पर या फिर मौसम बदलने पर यह दर्द उखड़ जाता है ।
जिसके लिए हम बार-बार दर्द निवारक दवाओं/ pain killers का प्रयोग भी करने लगते हैं जो कि हमारे शरीर को हानि भी पहुंचाने लगतीं हैं।
ऐसे में इलाज के साथ-साथ अगर देसी घरेलू नुस्खों/ home remedies को भी प्रयोग में लाया जाये तो यकीनन यह आपकी परेशानी को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं वो भी बिना किसी side effects के।
आज हम ऐसा आसान सा जोड़ों के दर्द का अचूक घरेलु नुस्खा / home remedy आपको बताने जा रहें हैं,जो वर्षों से आजमाया हुआ है और जिस की उपयोगिता पर कई वैज्ञानिक शोध / scientific research भी मौजूद है ।
यकीनन यह घरेलू नुस्खा आप के दर्द को कम करने में और धीरे-धीरे खत्म करने में मदद करेगा।
चलिए पहले देख लेते हैं इस घरेलू नुस्खे में हमें किन-किन सामग्रियों
की आवश्यकता पड़ेगी:
1)बैंगन का पत्ता या बैगन ( Brinjal leaf /eggplant)
2)देसी घी ( गाय का हो तो और भी अच्छा है )
3)फिटकिरी (Alum) पिसी हुई
4)बाँधने के लिए पट्टी
*सबसे पहले आपको बैगन के 5-6 साफ पत्ते लेने हैं यदि आपको बैंगन के पत्ते नहीं मिल पा रहे तो आप बाजार से बड़े आकार का बैगन ले और उसके पतले -पतले गोल गोल slice काट लें।
*फिर तवे या किसी अन्य बतर्न को गर्म करें और उस पर बैंगन का पत्ता या बैंगन की कटी हुई फांकों को देसी घी लगाकर हल्का गर्म कर लें ।
*अब इसके ऊपर आपको पिसी हुई फिटकरी को छिड़कना है।
* अब बैंगन की पत्ती या बैगन को ऐसे उठाकर कि फिटकरी गिरे नहीं और अपने दर्द वाले स्थान पर रखें।पर इस बात का विशेष ध्यान दें कि इसको
इतना ज्यादा भी गर्म ना करें कि आपकी त्वचा जल जाए ।
उतना ही गर्म करें जितना आप अपनी त्वचा पर आराम से सहन कर सकें।मान लें यदि आपके घुटने पर चोट है और वहां दर्द है तो आप तीन से चार पत्ते इस प्रकार से लगाएं कि पूरा घटना पत्तों से ढ़क जाए।
*अब धीरे से बांधने वाली पट्टी उस स्थान पर बाँध लें।पट्टी को ना ज्यादा हल्के से बांधें और ना ही ज्यादा टाइट/tight करें।
*इसको 8 से 10 घंटे के लिए छोड़ दें यदि आपको ज्यादा दर्द है तो
आप दिन में दो बार अर्थात एक बार सुबह और एक बार रात में
सोने से पहले इस नुस्खे को आजमा सकते हैं ।
*अन्यथा आप चाहें तो केवल रात में सोने के पहले ऐसा 15 से 20
दिनों तक करें तो आप पाएंगे कि आप की पुरानी चोट का दर्द धीरे
धीरे कम होता जा रहा है और नियमित इस नुस्खे को आजमाने से पूरी तरह से जड़ से खत्म हो गया है।
*यह घरेलू नुस्खा आपको डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों या इलाज
को रोककर नहीं करना है। डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों और सलाह
के साथ साथ आप इसको कर सकते हैं।
*यदि पहली बार करने पर आपको ऐसा महसूस हो कि आपको इससे
कोई परेशानी हो रही है तो इसे करना तुरंत बंद कर दें।और किसी वैद्य
या चिकित्सक से सलाह लें।
*बैंगन या उसकी पत्तियों को उतना ही गर्म करें जितना आपकी त्वचा आसानी से सहन कर पाए और वह जले नहीं।
1) बैंगन के पत्ते के औषधीय गुण / Medicinal Properties of
Journal of Clinical and Diagnostic Research (JCDR ) में प्रकाशित एक research के अनुसार बैंगन जिसे की "solanum melongena plant" भी कहते हैं, उसके पत्ते में पाए जाने वाले रसायनों पर की गई कई शोध में सामने आया है की उसमे flavonoids, alkaloids, tannins
and sterols आदि compounds पाए जाते हैं।
जो हमारे शरीर में antiasthmatic, analgesic,anti-inflammatory
and antipyretic activities भूमिका निभाते हैं।
इस रिसर्च में यह पाया गया कि बैंगन के पत्तों के प्रयोग से हम
शरीर में सूजन, दर्द और एलर्जी से निजात पा सकते हैं ।
इसके साथ ही दर्द की दवाइयों पर हमारी निर्भरता को कम कर सकने
में सक्ष्म हैं ।
तो इससे यह बात पता चलती है कि, जब हम बैंगन के पत्ते को चोट के स्थान पर लगाते हैं तो इसमें मौजूद अनेक रासायनिक पदार्थ शरीर में चोटों के दर्द को जड़ से खत्म करने में हमारी मदद करते हैं
Journal of Pharmacopuncture (Korean Pharmacopuncture Institute) में एक रिसर्च प्रकाशित की गई है -" फिटकरी को गर्म करके उसको जोड़ों की सूजन व दर्द को कम करने के प्रभाव पर"-जो यह बताती है कि फिटकरी की भस्म में anti -inflammatory, anti -oxidant effecets देखने को मिलते हैं जो की सूजन और दर्द को कम करने में कारगर हैं।
Ayurveda में प्राचीन काल से देशी घी या गाय के घी का प्रयोग शरीर की मालिश और कई दवाइयों, भस्म ,जड़ी- बूटियों के लेप को तैयार जाता रहा है।
क्यूंकि घी बहुत ही आसानी से त्वचा को पार करके अंदर तक चला जाता है और इन औषधियों को अपने गंतव्य स्थान अर्थात जहाँ इनकी जरुरत है वहाँ तक पहुँचा देता है।
साथ ही साथ घी भी सूजन को कम करने में मदद करता है और muscles के तनाव को कम करता है।
घरेलू नुस्खे का प्रयोग है यदि आप लगातार 15 से 20 दिनों तक करेंगे तो आप पाएंगे कि आप की चोट का दर्द या जोड़ों का दर्द धीरे-धीरे जड़ से खत्म होता जा रहा है और दवाइयों पर आप की निर्भरता भी कम होती जाएगी।
तो आशा करते हैं की आपको यह जानकारी -"चोटों या जोड़ों के दर्द का अचूक घरेलु नुस्खा जो है वैज्ञानिक शोधों द्वारा प्रमाणित | Home remedy for natural pain relief " अच्छी लगी होगी।
यदि आप भी ये मानते हैं की दवाइयों पर अपनी निर्भरता कम
करके हमें प्रकृति द्वारा दिए गए नुस्खों को अपनाना चाहिए तो
अपना मत comment बॉक्स में लिखे और साथ ही साथ ज़्यादा से
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Home remedy For Natural Pain Relief In Hindi | dard ka gharelu ilaaz
अगर इलाज के बाद भी आप किसी पुरानी अंदरुनी चोट के दर्द / या जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो आज हम आपको एक ऐसा आसान सा घरेलु नुस्खा / Home remedy for natural pain relief बताएंगे जिसको आजमा कर आप हमेशा के लिए दर्द से छुटकारा पा सकेंगे ।
Home remedy for natural pain relief in hindi |
दोस्तों आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर हम अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही कर जाते हैं,जो आगे चलकर काफी भारी भी पड़ सकती है।
कई बार हम किसी एक्सीडेंट के या फ्रैक्चर के शिकार हो जातें हैं या फिर जल्दबाजी के चक्कर में हम गिर पड़ते हैं।
बच्चे तो अकसर ही खेलने में या बदमाशी करते समय गिरते- पड़ते रहते हैं। उस समय हम उन चोटों का इलाज तो करवा लेते हैं, पर कई बार पूरा इलाज हो जाने के बाद भी चोट की जगह पर दर्द पूरी तरह से ठीक नहीं होता और एक भारीपन या दर्द का एहसास बना रहता है।
अक्सर ज्यादा stress लेने पर या फिर मौसम बदलने पर यह दर्द उखड़ जाता है ।
जिसके लिए हम बार-बार दर्द निवारक दवाओं/ pain killers का प्रयोग भी करने लगते हैं जो कि हमारे शरीर को हानि भी पहुंचाने लगतीं हैं।
ऐसे में इलाज के साथ-साथ अगर देसी घरेलू नुस्खों/ home remedies को भी प्रयोग में लाया जाये तो यकीनन यह आपकी परेशानी को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं वो भी बिना किसी side effects के।
आज हम ऐसा आसान सा जोड़ों के दर्द का अचूक घरेलु नुस्खा / home remedy आपको बताने जा रहें हैं,जो वर्षों से आजमाया हुआ है और जिस की उपयोगिता पर कई वैज्ञानिक शोध / scientific research भी मौजूद है ।
यकीनन यह घरेलू नुस्खा आप के दर्द को कम करने में और धीरे-धीरे खत्म करने में मदद करेगा।
Home Remedy For Natural Pain Relief In Hindi:जोड़ों के दर्द का अचूक घरेलु नुस्खा
चलिए पहले देख लेते हैं इस घरेलू नुस्खे में हमें किन-किन सामग्रियों
की आवश्यकता पड़ेगी:
1)बैंगन का पत्ता या बैगन ( Brinjal leaf /eggplant)
2)देसी घी ( गाय का हो तो और भी अच्छा है )
3)फिटकिरी (Alum) पिसी हुई
4)बाँधने के लिए पट्टी
*सबसे पहले आपको बैगन के 5-6 साफ पत्ते लेने हैं यदि आपको बैंगन के पत्ते नहीं मिल पा रहे तो आप बाजार से बड़े आकार का बैगन ले और उसके पतले -पतले गोल गोल slice काट लें।
*फिर तवे या किसी अन्य बतर्न को गर्म करें और उस पर बैंगन का पत्ता या बैंगन की कटी हुई फांकों को देसी घी लगाकर हल्का गर्म कर लें ।
*अब इसके ऊपर आपको पिसी हुई फिटकरी को छिड़कना है।
* अब बैंगन की पत्ती या बैगन को ऐसे उठाकर कि फिटकरी गिरे नहीं और अपने दर्द वाले स्थान पर रखें।पर इस बात का विशेष ध्यान दें कि इसको
इतना ज्यादा भी गर्म ना करें कि आपकी त्वचा जल जाए ।
उतना ही गर्म करें जितना आप अपनी त्वचा पर आराम से सहन कर सकें।मान लें यदि आपके घुटने पर चोट है और वहां दर्द है तो आप तीन से चार पत्ते इस प्रकार से लगाएं कि पूरा घटना पत्तों से ढ़क जाए।
*अब धीरे से बांधने वाली पट्टी उस स्थान पर बाँध लें।पट्टी को ना ज्यादा हल्के से बांधें और ना ही ज्यादा टाइट/tight करें।
Home remedy for natural pain relief in hindi |
*इसको 8 से 10 घंटे के लिए छोड़ दें यदि आपको ज्यादा दर्द है तो
आप दिन में दो बार अर्थात एक बार सुबह और एक बार रात में
सोने से पहले इस नुस्खे को आजमा सकते हैं ।
*अन्यथा आप चाहें तो केवल रात में सोने के पहले ऐसा 15 से 20
दिनों तक करें तो आप पाएंगे कि आप की पुरानी चोट का दर्द धीरे
धीरे कम होता जा रहा है और नियमित इस नुस्खे को आजमाने से पूरी तरह से जड़ से खत्म हो गया है।
किन बातों का रखें ध्यान:
*यह घरेलू नुस्खा आपको डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों या इलाज
को रोककर नहीं करना है। डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों और सलाह
के साथ साथ आप इसको कर सकते हैं।
*यदि पहली बार करने पर आपको ऐसा महसूस हो कि आपको इससे
कोई परेशानी हो रही है तो इसे करना तुरंत बंद कर दें।और किसी वैद्य
या चिकित्सक से सलाह लें।
*बैंगन या उसकी पत्तियों को उतना ही गर्म करें जितना आपकी त्वचा आसानी से सहन कर पाए और वह जले नहीं।
नुस्खे के वैज्ञानिक प्रमाण/ Scientific Researches :
1) बैंगन के पत्ते के औषधीय गुण / Medicinal Properties of
Brinjal leaves:
Journal of Clinical and Diagnostic Research (JCDR ) में प्रकाशित एक research के अनुसार बैंगन जिसे की "solanum melongena plant" भी कहते हैं, उसके पत्ते में पाए जाने वाले रसायनों पर की गई कई शोध में सामने आया है की उसमे flavonoids, alkaloids, tannins
and sterols आदि compounds पाए जाते हैं।
जो हमारे शरीर में antiasthmatic, analgesic,anti-inflammatory
and antipyretic activities भूमिका निभाते हैं।
इस रिसर्च में यह पाया गया कि बैंगन के पत्तों के प्रयोग से हम
शरीर में सूजन, दर्द और एलर्जी से निजात पा सकते हैं ।
इसके साथ ही दर्द की दवाइयों पर हमारी निर्भरता को कम कर सकने
में सक्ष्म हैं ।
तो इससे यह बात पता चलती है कि, जब हम बैंगन के पत्ते को चोट के स्थान पर लगाते हैं तो इसमें मौजूद अनेक रासायनिक पदार्थ शरीर में चोटों के दर्द को जड़ से खत्म करने में हमारी मदद करते हैं
2. फिटकरी के औषधीय गुण /Medicinal Properties of Alum:
Journal of Pharmacopuncture (Korean Pharmacopuncture Institute) में एक रिसर्च प्रकाशित की गई है -" फिटकरी को गर्म करके उसको जोड़ों की सूजन व दर्द को कम करने के प्रभाव पर"-जो यह बताती है कि फिटकरी की भस्म में anti -inflammatory, anti -oxidant effecets देखने को मिलते हैं जो की सूजन और दर्द को कम करने में कारगर हैं।
3. देशी घी के औषधीय गुण /Medicinal Properties of Pure Ghee:
Ayurveda में प्राचीन काल से देशी घी या गाय के घी का प्रयोग शरीर की मालिश और कई दवाइयों, भस्म ,जड़ी- बूटियों के लेप को तैयार जाता रहा है।
क्यूंकि घी बहुत ही आसानी से त्वचा को पार करके अंदर तक चला जाता है और इन औषधियों को अपने गंतव्य स्थान अर्थात जहाँ इनकी जरुरत है वहाँ तक पहुँचा देता है।
साथ ही साथ घी भी सूजन को कम करने में मदद करता है और muscles के तनाव को कम करता है।
घरेलू नुस्खे का प्रयोग है यदि आप लगातार 15 से 20 दिनों तक करेंगे तो आप पाएंगे कि आप की चोट का दर्द या जोड़ों का दर्द धीरे-धीरे जड़ से खत्म होता जा रहा है और दवाइयों पर आप की निर्भरता भी कम होती जाएगी।
तो आशा करते हैं की आपको यह जानकारी -"चोटों या जोड़ों के दर्द का अचूक घरेलु नुस्खा जो है वैज्ञानिक शोधों द्वारा प्रमाणित | Home remedy for natural pain relief " अच्छी लगी होगी।
यदि आप भी ये मानते हैं की दवाइयों पर अपनी निर्भरता कम
करके हमें प्रकृति द्वारा दिए गए नुस्खों को अपनाना चाहिए तो
अपना मत comment बॉक्स में लिखे और साथ ही साथ ज़्यादा से
ज़्यादा लोगों के साथ article share करें !!!!!
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